ऐ मेरे प्यारे वतन
स्थाई :-
ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन, तुझपे दिल कुर्बान
तू ही मेरी आरजू, तूं ही मेरी आबरू, तू ही मेरी जान
अन्तरा :-
1. तेरे दामन से जो आए, उन हवाओं को सलाम
चूम लूं मैं उस जुबां को, जिसपे आए तेरा नाम
सबसे प्यारी सुबह तेरी सबसे रंगी तेरी शाम,
तुझपे…
2. मां का दिल बनके कभी, सीने से लग जाता है तू और कभी नन्ही सी बेटी, बनके याद आता है तू जितना याद आता है मुझको उतना तड़पाता है तू,
तुझपे…
3. छोड़कर तेरी जमीं को, दूर आ पहुंचे हैं हम
फिर भी है ये ही तमन्ना, तेरे जरों की कसम
हम जहां पैदा हुए उस जगह निकले ये दम,
तुझपे…