गणेश वंदना

गजाननं भूतगणादि सेवितं , कपित्थ जंबू फल चारु भक्षणम |उमा शतम् शोक विनाश कारकम , नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम ||
स्थाई :-
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा……….2
माता तेरी पार्वती पिता महादेवा……………2
अन्तरा :-
1 ) एकदंत दयावंत , चारभुजा धारी
माथे ऊपर तिलक विराजे , मूसे की सवारी
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा……….2
2 ) अन्धन को आंख देवे , कोढ़ियन को काया
बाँझन को पुत्र देवे , निर्धन को माया
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा……….2
3 ) पान चढ़े फूल चढ़े , और चढ़े मेवा
लड्डू वन का भोग लगे , संत करें सेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा……….2
4 ) दीनन की लाज रख राखो , शंभु सुत हमारी
कामना को पूर्ण करो , जाऊं बलिहारी
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा……….2
5 ) माता तेरी लड्डू खिलावे , पिता खिलावे मेवा
सुर श्याम शरण आये , सफल कीजो सेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा……….2
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