जहां डाल-डाल पर
स्थाई :-
जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़ियां करती हैं बसेरा वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा
जहां सत्य अहिंसा और धर्म का पग-पग लगता डेरा वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा
अन्तरा :-
1. यह धरती जहां ऋषि-मुनि, जपते प्रभु नाम की माला
जहां हर बालक एक मोहन है, और राधा हर इक बाला
जहां सूरज सबसे पहले आकर, डाले अपना डेरा,
वो भारत….
2. अलबेलों की इस धरती के त्यौहार भी हैं अलबेले कही दीवाली की जगमग है होली के कहीं मेले
जहां राग रंग, और खुशी का, चहुं ओर है घेरा,
वो भारत…..
3. जहां आसमान से, बातें करते, मंदिर और शिवाले किसी नगर में, किसी द्वार पर, कोई न ताला डाले
प्रेम की बन्सी, जहां बजाता, आए शाम सवेरा,
वो भारत