तेरे लाखो चढ़े निशान सावरा फागण में
स्थाई :-
तेरे लाखो चढ़े निशान सावरा फागण में…………2
तेरा भक्त करे गुणगान सावरा फागण में……….2
अन्तरा :-
1 ) श्याम जैसा दुनियाँ में दूजा दरबार नही
जिसका तू साथी श्याम होती उसकी हार नही
में तो धरू चरण में ध्यान सावरा फागण
तेरा भक्त करे गुणगान सावरा फागण में……….2
2 ) कदे नही खाली दरपे तेरे पर आने वाला
पापो से मुक्त होवै कुण्ड में नहाने वाला
करे रोज मौज तेरी जोत जगाने वाला
मुंह मांगे दे वरदान सावरा फागण में
तेरा भक्त करे गुणगान सावरा फागण में……….2
3 ) ध्वजा प्यारी न्यारी तेरी जब ते सजाई मन्ने
केसरिया है रंग गोटा किनारी लगाई मन्ने
बाबा तेरा नाम लेके खाटू में चढ़ाई मन्ने
सजा है मंदिर आलीशान सावरा फागण में
तेरा भक्त करे गुणगान सावरा फागण में……….2
4 ) लाऊँ टोली खेले होली लक्खा तेरे संग में
लाल ले गुलाल मुख देऊँ तेरे रंग में
कहवे राजपाल नाचूँ भर के उमंग में
खेले राधा संग मेरा श्याम सावरा फागण में
तेरा भक्त करे गुणगान सावरा फागण में……….2
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