में श्री राम का सेवक हूँ , भगवे के रंग में रहता हूँ
स्थाई :-
धर्म सनातन उत्तम है , डंके की चोट पर कहता हूँ
में श्री राम का सेवक हूँ , भगवे के रंग में रहता हूँ…………2
अन्तरा :-
1 ) ये भारत देश है , जान मेरी
और भगवा है , शान मेरी
ये सारी दुनियाँ , जानती है
श्री राम से , पहचान मेरी
मैंने जनम लिया , जिस मिट्टी में , में उसको माता कहता हूँ
में श्री राम का सेवक हूँ , भगवे के रंग में रहता हूँ…………2
2 ) दुनियाँ में सबसे पहले , मेरा धर्म सनातन है
मेरे भारत में चलता , श्री रामचन्द्र का शाशन है
बजरंगबली के जैसे ही ,
प्रभु राम के गुण में गाता हूँ
में श्री राम का सेवक हूँ , भगवे के रंग में रहता हूँ…………2
3 ) मेरे भारत के जैसा
ना प्यार कही , देखा जग में
युगों युगों से , प्रभु राम का
नाम हमारे रंग रंग में
‘ कृष्ण सावरा ‘ साथ ‘ सलीम ‘ के
राम राम ही कहता हूँ
में श्री राम का सेवक हूँ , भगवे के रंग में रहता हूँ…………2
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