मेरा रंग दे बसन्ती चोला
स्थाई :-
मेरा रंग दे बसन्ती चोला, मां ऐ रंग दे बसन्ती चोला
अन्तरा :-
1 ) बड़ा ही गहरा दाग है यारो, जिसका गुलामी नाम है
उसका जीना भी क्या जीना, जिसका देश गुलाम है सीने में जो दिल था यारो-2, आज बना वो शोला
मेरा रंग दे बसंती चोला, मां ऐ रंग दे…
2 ) दम निकले इस देश की खातिर, बस इतना अरमान है
एक बार इस राह पे मरना, सौ जन्मों के समान है
देख के वीरों की कुर्बानी-2, अपना दिल भी बोला
मेरा रंग दे बसंती चोला, मां ऐ रंग दे…
3 ) जिस चोले को पहन शिवाजी, खेले अपनी जान पे जिसे पहन झांसी की रानी, मिट गई अपनी आन पे आज उसी को पहन के निकला-2, हम मस्तों का टोला मेरा रंग दे बसंती चोला, मां ऐ रंग दे बसंती चोला