सिद्धकुञ्जिकास्तोत्र
1. दुर्गा – यह स्तोत्र देवी दुर्गा को समर्पित है और उनकी कृपा प्राप्ति हेतु पढ़ा जाता है।
2. साधना – यह मंत्र शक्तिपात और सिद्धि के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
3. शक्तिपूजन – शक्ति की उपासना का मुख्य स्तोत्र होने के कारण इसका प्रयोग विशेष पूजा में होता है।
4. सिद्धि – इस स्तोत्र के पाठ से साधक को तंत्र एवं मंत्र में सिद्धि मिलने की मान्यता है।
5. गोपनीयता – इसे “गुप्त रहस्य” कहा गया है, और केवल योग्य साधकों को इसका पाठ करने की अनुमति दी जाती है।



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