श्री शनि चालीसा

                           ॥ दोहा ॥  जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल ।  दीनन के दुःख दूर करि, कीजै नाथ निहाल ॥  जय जय...

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मेरा कर्मां तू मेरा धर्मां तूं

मेरा कर्मां तू मेरा धर्मां तूं स्थाई :- मेरा कमाँ तू मेरा धर्मां तू, तेरा सब कुछ मैं मेरा सब कुछ तूं...

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राष्ट्रीय गान

राष्ट्रीय गान जन-गण-मन अधिनायक जय हे! भारत भाग्य विधाता  पंजाब सिंध गुजरात मराठा, द्राविड़ उत्कल बंग  विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा, उच्छल जलधि...

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है प्रीत जहाँ की रीत सदा

है प्रीत जहाँ की रीत सदा स्थाई :- है प्रौत जहां की रीत सदा, मैं गीत वहां के गाता हूँ भारत का...

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नफरत की लाठी तोड़ो

नफरत की लाठी तोड़ो स्थाई :- नफरत की लाठी तोड़ो, लालच का खंजर फेंको, जिद के पीछे मत दौड़ो  तुम प्रेम के...

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